Saturday, 21 April 2018

                                                                    ⧪ एक सोच ⧪
दोस्तों काफी दिन हो गए मुझे सोशल मीडिया को चलाते -चलाते , लेकिन जिस तरिके से आज कल ज्यादातर लोगो की फेसबुक वॉल पर देख रहा हूँ कि किस कदर लोग अपने ही लोगो के दुश्मन बन चुके हैं  l 
                                              जब बचपन में था तो एक चीज सुनता था की मुस्लिमो ने हमारे व् हमारी महिलाओ के साथ अंन्याय किया ,लेकिन जहाँ तक मुझे लगता हैं , कि  में मानता  हूँ  अंन्याय हुआ हैं लेकिन जैसे बड़े -बूढ़े  कहते हे की पांचों उंगलिया एक जैसी नहीं होती उसी तरह सभी मुस्लिम लोग एक जैसे नहीं होते ,रही बात अंन्याय  और अत्याचार की तो वो हर धर्म में, हर जाती में अलग अलग मानसिकता के लोग रहते है l 
                                              लेकिन आज बहुत ही गलत हो रहा हे और भविष्य में इसके भयंकर परिणाम आने वाले हैं l  मानो  या न मानो  ये कही न कही लोगो व् जाती को जाती से , एक संप्रदाय को दूसरे संप्रदाय से भिड़ाने की बहुत गहरी साजिश हे जिसके निशाने पर मुखयतः युवा पीढ़ी हैं  ; ये वो युवा पीढ़ी हे जिसके कंधे पर इस देश का भार है| 
                      ये इस देश को तोड़ने की गहरी साजिश है , जैसा की इतिहास  में विदित रहा है कि  जब-जब भारतवर्ष में लोग आपस में लड़े है वहाँ  पर बाहरी शक्तिओ का शाशन हुआ है | यदि हम यू ही लड़ते रहे तो वो दिन दूर नहीं जब हमारे दुश्मन देश हमे अपना गुलाम बना लेंगे तथा हमारे संसाधनों पर उनका राज होगा और वही लोग जो इन लोगो के बहकावे में आकर अपने राष्ट्र के खिलाफ उल्टा उल्टा सीधा बोलते है वो गुलाम बनकर जंजीरो में जकड़े नजर आयेंगे और उनके साथ लाखो बेकसूरों को भी यातनाएँ  झेलनी पड़ेंगी | 
    
मेरा युवा पीढ़ी से हाथ जोड़कर विनम्र निवेदन है कि आप किसी भी प्रकार के बहकावे में न आये | 
अपने लक्ष्य राष्ट्र हित  में बनाएं ताकि हमारा देश फिर से विश्व गुरु बनें | 

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